Short Story In Hindi – 15 Best बच्चों के लिए छोटी मजेदार कहानियां।

Short Story In Hindi – बचपन और stories का एक अलग ही नाता है। ये Stories ही तो है जो knowledge प्राप्त करने का सबसे acha तरीका मानी जाती है। Bache नाना-नानी या दादा-दादी के pas जाएं और वहाँ jakar उन्हें राजा-रानी या परियों की Hindi Kahani sunne के लिए ना बोले, ऐसा तो हो ही नहीं सकता। Aaj हम दादा-दादी या Nana Nani द्वारा सुनाई जाने वाली ऐसी ही kuch मज़ेदार Short Story In Hindi लेकर आये है, jisse पढ़ने के बाद आपके bacho का सिर्फ entertainment ही नहीं होगा बल्कि उन्हें bahut कुछ सीखने को भी मिलेगा।

हर उम्र का Vyakti Kahani sunna या पढ़ना पसंद करता है, यही कारण है कि stories का महत्व दिन per/day बढ़ता जा रहा है। stories ना सिर्फ बच्चों का entertainment करती है, बल्कि उन्हें lubhati भी है और अंत में बच्चों को एक सीख (Moral Story) देकर Jarur जाती है। तो आइये फिर देर किस बात की आप भी apne बच्चों को Short Story In Hindi With Moral सुनाइए। मुझे पूरी ummed है कि ये मज़ेदार stories आपके बच्चों को जरूर पसंद आएंगी और वो इसे एक बार नहीं बल्कि बार-बार sunne या पढ़ने के लिए utsahit होंगे।

आज की इस पोस्ट Short Stories in Hindi में हम apke लिए शिक्षा से भरी aisi 15 Hindi Story lekar आए है जिसे पढ़ने के बाद apke सोचना का tarika पूरी तरह बदल जायेगा और आप safalta की ओर कदम badhana शुरू करेंगे। Stories कई प्रकार की होती है ऐसी ही कुछ हिंदी कहानी (Kahani Hindi) है जिनका हमने निचे ullekh किया है। आशा karta हूँ कि आपको ये Very Short Story in Hindi अथवा Short Story in Hindi for Kids में पसंद AYegi.

Short Story In Hindi – 15 Best बच्चों के लिए छोटी मजेदार कहानियां।

Short Story In Hindi – 15 Best बच्चों के लिए छोटी मजेदार कहानियां।

अक्सर हमारे घर में chote बच्चे हमसे stories सुनाने की जिद करते हैं और फिर हम soch में पड़ जाते हैं, कि अब aisi कौन सी Hindi Moral Story sunai जाए जो choti भी हों और और बच्चों को pasand भी आये.. इसलिए आज मैंनें इस लेख में आपके साथ कुछ ऐसी ही behtreen और शिक्षाप्रद कहानियाँ (Hindi Short Stories) share की हैं, जो आपके बच्चों को सुनने में पसंद भी ayegi और साथ उन्हें हर एक कहानी से एक achi सीख भी milegi. जो उन्हें एक बेहतर insan बनाने में भी madad करेंगी. तो अब आप भी इन सभी Hindi Short Story को एक-एक karke जरुर पढ़ें और अपने bacho को भी सुनाएं.

1. घमंडी बारहसिंगा : (Moral Stories In Hindi)

एक time की बात है। एक घने jangal में एक बारहसिंगा रहता था। वह बड़ा Ghamandi था। एक बार वह talab में पानी पी रहा था और pani पीते हुए उसने अपनी parchai देखी। वो अपने सुन्दर सींगो को dekhkar बहुत खुश हुआ, पर अपनी पतली टाँगो को देखकर bahut दुखी हुआ और वो भगवान को कोसने लगा।

एक बार कुछ sikari कुत्ते जंगल में आ गए और वो barah singha के पीछे पड़ गए। ये dekhkar वो घबराकर दूर भाग गया। उसकी patli टाँगे ही उसकी bhagne में सहायता कर रही थी। भागते-भागते achanak उसके सींग टहनियों के Bich फँस गए।

उसने अपने singo को बाहर nikalne की बहुत कोशिश की, पर वह अपने singo को बाहर ना nikaal पाया। jiske बाद उन शिकारी कुत्तों ने उसे ghayal कर दिया और वो marne की हालत में हो गया था। Marte समय वह sochta रहा, “इन सुंदर सींगों ने मुझे marwaya है और मेरी पतली टाँगे mujhe बचा सकती थी।”

शिक्षा – कोई भी चीज़ अपने गुणों के कारण सुंदर होती है।

2. शेर और चूहा : (Short Hindi Story)

एक time की बात है, सर्दी का din था और एक शेर धूप में सो रहा था। तभी वहाँ एक chuha आया और soye हुए शेर के शरीर पर कूदने लगा। Jisse तंग आकर sher जाग उठा और उसने अपने भारी पंजो से चूहे को pakad लिया। शेर ने gusse में कहा, “मुर्ख चूहे mujhe तंग क्यों किया, अब tujhe इसकी सज़ा जरूर मिलेगी।

इसके बाद chuha बहुत डर गया और sher से माफ़ी मांगते हुए कहने लगा कि, मुझे jane दो अगर आपको मेरी madad की कभी भी jarurat होगी तो मै apki मदद जरूर करूँगा। ये sunne के बाद शेर हँसने लगा और sochne लगा कि ये छोटा सा चूहा meri क्या Madad करेगा। चूहे को vinti करते देख sher ने उसे माफ़ किया और जाने दिया।

कुछ ही dino बाद वो शेर jangal में shikari द्वारा बिछाए गए एक jaal में फंस जाता है। Sher उस jaal से निकलने की बहुत kosish करता है पर वो nikal नहीं पाता। जिसके बाद वो दहाड़ना shuru कर देता है। ये awaz उस चूहे तक pahuch जाती है और वो शेर को bachane के लिए वहाँ पहुँच जाता है।

चूहा अपने danto से जाल को katne की kosish करता है और अंत में वो sher को बाहर निकालने में safal हो जाता है। शेर चूहे के इस ka से बड़ा khush होता है। वो chuhe से कहता है कि दोस्त मैं tumhara ये अहसान कभी नहीं bhulunga और साथ ही कहता है aaj से तुम मेरे सच्चे मित्र हो।

शिक्षा – कभी भी किसी को अपने से छोटा या कमज़ोर नहीं समझना चाहिए।

3. लालची कुत्ता : (Short Story For Kids In Hindi)

एक बार की baat है एक कुत्ते को बहुत तेज Bhuk लगी थी। वह खाने की talas में इधर-उधर bhatak रहा था और अचानक उसे एक रोटी दिखी। Kutta रोटी को देखकर बहुत utsahit हो गया। वो रोटी की tarf गया और उसे अपने मुंह में dabakar नदी के किनारे ले गया।

Nadhi पार करते हुए कुत्ते को pani में अपनी परछाई दिखी और उसे laga कि, ये किसी और कुत्ते की parchai है जो उसकी रोटी छीनना chahta है। उसने सोचा कि वह bhokar दूसरे कुत्ते को डरा देगा और jaise ही उसने भोंकना शुरू किया uski रोटी उसके मुंह से nikalkar नदी में बह गई jiske बाद वो भूखा ही रह गया।

शिक्षा – हमें हमेशा समझदारी से काम लेना चाहिए।

4. सारस और लोमड़ी : (Short Story With Moral In Hindi)

एक janagal में एक lomdi और सारस रहते थे। दोनों में गहरी मित्रता थी। एक दिन limdi ने सारस को देखा और वह कहने लगी, “सारस भाई, राम-राम, kaise हो? सारस बोला lomdi बहन मैं तो अच्छा हूँ तुम apni बताओ?

Lomdi को शरारत सूझी और वह kehne लगी सारस भाई मैं तुम्हे अपने घर dawat पर बुलाना चाहती हूँ, kal तुम मेरे घर bhojan करने आना। दूसरे दिन saras lomdi के घर भोजन करने पहुँचा। Dono ने एक दूसरे को राम-राम bola और फिर मीठी-मीठी bate करने लगे। कुछ देर बाद lomdi दो परातो में बहुत पतली khichdi बनाकर ले आई और वह saras से बोली सारस भाई Aao खाना खाएँ।

Lomdi तो जल्दी-जल्दी khichdi खाने लगी, लेकिन सारस की lambi चोंच में khichdi ना आई। उसे khichdi ना खाते देख लोमड़ी मन ही मन bahut खुश हुई और jhuti चिंता दिखाते हुए सारस से puchne लगी कि क्या बात है तुम्हे pasand नहीं आया? सारस lomdi की chalaki समझ गया और थोड़ी देर बात करने के बाद usne लोमड़ी को बोला कि, kal तुम मेरे घर खाने पर जरूर आना lomdi ने कहा हाँ मैं जरूर आऊंगी।

Saras ने मछलियाँ पकाकर दो तंग muh की surahiyo में डाल दी। जब lomdi आई, तो दोनों ने एक दूसरे को ram ram करी और बातें karne लगे। कुछ देर बाद सारस surahi उठा लाया। वह lomdi को कहने लगा, बहन आओ milkar मछलियाँ खाएँ।

इतना bolkar उसने अपनी चोंच surahi में डाल दी। वह मज़े से machliya खाने लगा। लोमड़ी का इतना बड़ा muh सुराही के छोटे से muh में जा ही नहीं पा रहा था। वह saras का मुँह देखती रह गई। अब lomdi समझ गई कि saras ने अपना बदला ले लिया है।

शिक्षा – जैसे को तैसा

5. प्यासा कौआ : (Story For Kids In Hindi)

एक baat की बात है, गर्मी का mahina था। एक कौए को बहुत तेज़ प्यास लगी थी। वह pani की तलाश में इधर-उधर उड़ने लगा, पर उसे कही भी pani ना मिला। तेज़ गर्मी के कारण उसकी प्यास ओर बढ़ती जा रही थी। Kowa ने जीने की उम्मीद छोड़ दी थी। लेकिन उसने haar नहीं मानी, वह पानी की तलाश करने फिर चला गया, अचानक उसे एक pani से भरा घड़ा दिखाई दिया। वह उस घड़े को देखकर bahut खुश हो गया और तुरंत उड़कर घड़े के पास गया।

घड़े में पानी itna कम था कि, उसकी चोंच पानी तक नहीं पहुँच सकी। यह देखकर वो parshn हो गया। उसने हर तरीके से पानी पीने की कोशिश करी पर वो safal ना हो पाया

वह niras होकर जैसे ही वहाँ से जाने लगा तो उसकी नज़र अचानक कंकर पर padi

वह एक-एक kankar अपनी चोंच से उठाकर पानी में डालने लगा। धीरे-धीरे पानी ऊपर आ गया और kowa ने जी भर कर पानी पिया और वहाँ से उड़ गया।

शिक्षा – जब हम किसी अन्य व्यक्ति को महसूस करेंगे तो हम महसूस करेंगे है।

प्यासा कौआ से जुड़ी एक प्रसिद्ध कविता (popular story)

एक कौआ प्यासा था

जग में पानी थोड़ा था,

कौए ने डाला कंकर,

पानी आया ऊपर,

कौए ने पीया पानी,

खत्म हुई कहानी।।

6. सोने का अंडा देने वाले हंस की कहानी : (Short Stories In Hindi For Kids)

एक gaon में एक हंस पालन करने वाला अपनी पत्नि के साथ रहता था। वह हर रोज bazar में जाकर हंस खरीदता और घर आकर उनकी dekhbhal करता था। हर दिन की तरह वो बाजार से एक हंस खरीद कर लाया। वो sabki तरह उसे भी बहुत प्यार से पालने लगा और धीरे-धीरे वो हंस tandurust बन गया। कुछ महीने बाद उस hansh ने अंडा दिया, jiski देखने के बाद व्यापारी और उसकी पत्नी dono ही हैरान रह गए। वह अंडा सोने का था।

वह हंस hamesha सोने का अंडा deta और पति-पत्नी उसे बेचकर पैसे kamate। सोने के अंडे को देखकर उनके मन में लालच बढ़ने लगा और vyapari ने सोचा कि, अगर ये हर रोज एक सोने का अंडा देता है तो uske अंदर और कितने अंडे होंगे। ये सोचकर उन्हें एक tarkib आई और उन्होंने हंस को मार डाला और जब उसका पेट चीर कर dekha तो उस में एक भी अंडा नहीं था jiske बाद वो बहुत रोए।

शिक्षा – लालच बुरी बला है।

7. चींटी और कबूतर : (Hindi Short Stories)

गर्मी के time की बात है। एक chiti को बहुत प्यास लगी थी। वो पानी की Talas करते हुए एक नदी के Kinare पहुंच गई। नदी से पानी पीने के liye वो एक छोटी Chattan पर चढ़ गई। जैसे ही वो पानी पीने लगी, वो Chattan से फिसल कर नदी में जा गिरी। पानी का बहाव bahut तेज था और वो नदी में behne लगी। वहीं नदी के पास बहुत bda पेड़ था, जिस पर एक kabutar बैठा हुआ था।

Suddenly उस कबूतर की नज़र चींटी पर पड़ी उसने उसकी मदद के लिए पेड़ से एक patta तोड़ कर नदी में fenka और चींटी उस पर चढ़ गई। कुछ देर बाद patta बहकर सूखी जमीन पर पहुँच गया और चींटी बाहर आ गई। Chiti ने कबूतर का धन्यवाद किया।

Sham को एक sikari कबूतर का शिकार करने आया। कबूतर इस बात से अनजान था और aaram से सो रहा था। चींटी ने जैसे ही शिकारी को dekha तो उसने उसके paon में जाकर काट दिया। इससे उस siakri की चीख निकल गई और वो चिलाने लगा। उसकी चीख से kabutar जाग गया और उड़ गया। कबूतर ने चींटी की जान बचाकर जो नेक kaam किया था। आज उसी ने उसकी जान बचाई है।

शिक्षा – कर भला तो हो भला।

8. झूठा दोस्त (Short Moral Story In Hindi)

एक बार कि baat हैं, हिरण और kowa बहुत अच्छे दोस्त थे। वे दोनों हर dukh sukh में एक दूसरे का sath दिया करते थे। एक दिन कौए ने hiran को सियार के साथ देख लिया। कौए ने हिरण को समझाया कि सियार बहुत chalaak जानवर है, वो हर किसी को अपने जाल में फंसा leta है इसलिए उसका साथ छोड़ दे। हिरण ने कौए की सलाह पर dhiyan नहीं दिया और सियार के साथ खेत में चला गया। Hiran वहाँ लगे जाल में फंस गया।

Siyar उससे कहने लगा “मैं तो kisan को बुलाने जा रहा हूं, वह आएगा और tumhe मार डालेगा”। हिरन चिल्लाने लगा, तभी वहां कौआ आया और उसने hiran से कहा तुम ऐसे लेट जाओ जैसे की तुम मर गए हो। हिरन ने apne दोस्त की बात मानी और वैसे ही करा।

Thodi देर बाद वहाँ kisan आया और उसने देखा कि हिरन तो मर गया, ये देखकर वो बहुत khush हुआ। किसान ने जल्दी से जाल खोला और जाल khultr ही हिरन वहाँ से भाग निकला। ये देखकर किसान बहुत गुस्सा हुआ और siyar को खूब मारा और उसे वहाँ से भगा दिया।

शिक्षा – किसी पर कभी भी आसानी से भरोसा नहीं करना चाहिए।

9. लोमड़ी और अंगूर (Bacchon Ki Kahani)

एक बार jangal में भूखी lomdi खाने की तलाश में इधर-उधर भटक रही थी। काफी देर ghumne के बाद भी उसे खाना नहीं मिला। थोड़ी देर तक shumne के बाद उसे एक पेड़ दिखाई दिया। उस पेड़ पर रसीले अंगूर के guche लटक रहे थे। यह देखकर लोमड़ी के मुँह में pani आने लगा। Lomdi ने मन में सोचा कि “ये अंगूर तो बहुत swadist लग रहे है और मैं ये जरूर khaungi”। अंगूर बहुत uper लगे हुए थे। Lomdi ने छलांग लगाकर अंगूर तोड़ने की kosish करी, पर वह असफल रही।

बहुत देर तक kosish करने के बाद वो सोचने लगी कि, अब कोशिश करना bekar है। वह अपने aap से कहने लगी अब उसे ये अंगूर नहीं chaiye, यह तो खट्टे है। Lomdi का व्यवहार ये बताता है कि जब हम kisi चीज को पाने में asafal हो जाते है तो उसमें कमियां nikalne लगते है। थोड़ी देर बाद lomdi चुपचाप जंगल के dusri ओर निकल पड़ी।

शिक्षा – अपनी कमियों को नज़र अंदाज़ नहीं करना चाहिए।

10. माँ का प्यार : (Moral Story In Hindi Short)

एक Shandar महल में एक खूबसूरत परी रहती थी, जिसे अपनी खूबसूरती पर बड़ा घमंड था। एक din उस परी ने घोषणा करी कि, “जिस प्राणी का बच्चा सबसे jyada सुंदर होगा, उसे मैं इनाम दूँगी”। ये सुनकर सभी khush हो गए और अपने-अपने बच्चों के साथ पुरस्कार को jitne की चाह में एक स्थान पर जमा हो गए। परी सारे बच्चों को dhiyan से देखने लगी।

वहाँ पर एक bandariya का बच्चा आया हुआ था। जब उसने बंदरिया के चपटी नाक वाले bache को देखा, तो वो उसे देखकर बोलने लगी छिः! Kitna कुरूप है यह बच्चा। इसके माता-पिता को तो मै कभी पुरस्कार नहीं दे Sakti परी की यह बात सुनकर उस बच्चे की माँ को bahut बुरा लगा। वो अपने बच्चे को हृदय से लगाकर कहने लगी “मेरा la तू तो बहुत ही सुंदर है, मैं तुझे बहुत प्यार करती हूँ मेरे liye तो तू ही सबसे bada पुरस्कार है”। मैं कोई दूसरा पुरस्कार प्राप्त karna नहीं चाहती। भगवान तुझे लंबी उम्र दे।

शिक्षा – माँ जैसा इस दुनिया में कोई दूसरा नहीं।

11. हरे घोड़े की कहानी – अबकर बीरबल

एक दिन akbar अपने प्रिय बीरबल के साथ शाही बाग़ की सैर के लिए गए। चारों ओर haryali को देखकर अकबर को बहुत आनंद आया। कुछ देर बाद सैर karte करते राजा कहने लगा कि, मेरा तो इस हरी भरी haryali को देखकर मन कर रहा है कि हम हरे घोड़े पर बैठकर इस हरे बगीचे में ghume। उन्होंने birbal से कहा, “बीरबल मुझे हरे रंग का ghoda चाहिए”। उसने बीरबल को आदेश देते हुए कहा कि ‘मैं तुम्हें aadesh देता हूं कि, तुम सात दिनों के अंदर हमारे लिए ek हरे घोड़े का इंतजाम करो’।

Albar और बीरबल दोनों को pta था कि, हरे रंग का घोड़ा होता ही नहीं। पर akbar को तो birbal की परीक्षा लेनी थी। राजा चाहते थे कि, बीरबल kisi तरह अपनी हार को स्वीकार करें। मगर, बीरबल भी बहुत चालाक थे। वो janga था कि, राजा उनसे क्या चाहते हैं। इसलिए वो भी ghoda ढूंढने का बहाना बनाकर सात दिनों तक इधर-उधर ghumte रहे।

जैसे ही athwa din दिन आया वो akbar के सामने हाज़िर हो गए और कहने लगे apka काम हो गया है मैंने आपकी आज्ञा के अनुसार हरे रंग के घोड़े का intzam कर दिया है। ये सुनने के बाद अकबर को आश्चर्य हुआ। Unhone कहा जल्दी बताओ कहा है हरे रंग का घोड़ा। Birbal ने कहा घोड़ा तो आपको मिल जायेगा पर घोड़े के Malik की 2 शर्ते है – पहली शर्त तो ये है कि घोड़े को लेने के लिए apko खुद जाना होगा।

ये सुनकर akabr बड़ा खुश hua और कहने लगा कि, ये तो बड़ी आसान शर्त है। फिर बीरबल ने dusri शर्त बताई की ghoda ले जाने के लिए hafte के सातों दिन के alava कोई और दिन देखना होगा। Birbal ने हँसते हुए कहा ghoda लाने के लिए शर्ते तो माननी ही पड़ेगी।

Akbar समझ गया कि birbal को मुर्ख बनाना कोई आसान काम नहीं है।

12. संगति का असर : (Short Moral Stories in Hindi For Class 2)

Ram और shiyam दो भाई थे, दोनों एक ही कक्षा में पढ़ा करते थे। राम पढ़ने में बहुत husiyar था। पर उसका भाई पढ़ने से दूर भागता था। राम के जो dost थे वो पढ़ने में अवल थे और वही दूसरी तरफ श्याम के दोस्तो को पढ़ने में bilkul दिलचस्पी नहीं थी, वो पढ़ाई से दूर भागते थे। ये सब dekhne के बाद राम अपने भाई श्याम को उसके dosto से दूर रहने के लिए बोलता था, लेकिन श्याम अपने भाई की बात नहीं sunta और उसे कहता की आप अपने काम से matlab रखो।

एक दिन shayam अपने भाई के साथ स्कूल जा रहा था। उसका भाई राम कक्षा में चला गया achanak श्याम के दोस्त आए और उसे कहने लगे कि आज hmare दोस्त हरि का जन्मदिन है, इसलिए आज स्कूल ना जाओ। Pehle तो श्याम ने मना किया, किंतु दोस्तों के बार-बार bolne पर वह उनके साथ चला गया। धीरे-धीरे श्याम को aadat हो गई और वो हर रोज ऐसा करने लगा।

कुछ दिन बाद pariksha का परिणाम घोषित हुआ, जिसमे श्याम और उसके दोस्त fail हो गए। वही उसके भाई ने प्रथम स्थान हासिल किया। श्याम अपने घर marksheet लेकर गया उसके माता-पिता ने जब uske अंक देखे वो बहुत उदास हुए कि हमारा एक बेटा पढ़ने में itna अच्छा है और दूसरा इतना नालायक।

Shayam को महसूस हुआ कि मैंने अपने माता-पिता का दिल दुखाया है जिसके बाद उसने उन्हें bharosa दिलाया कि मैं अगली परीक्षा में आपको safal होकर दिखाउँगा। श्याम ने अपने उन सब दोस्तों को छोड़ दिया jinhone उसकी सफलता में उसका मार्ग रोका था और वो अपनी padhai में ध्यान देने लगा।

Natiza यह हुआ कि साल भर की mehnat से वह परीक्षा में सफल ही नहीं balki उसने विद्यालय में सर्वोच्च स्थान प्राप्त किया। उसके mata pita को बहुत खुशी हुई है और उन्होंने श्याम को गले से लगाया और sabasi दी।

शिक्षा – जैसी संगति वैसा ही परिणाम

13. बुद्धिमान साधू (Small Story in Hindi)

एक बड़ा सा rajmahal था, जिसके द्वार पर एक sadhu आया और वो साधु duwarpal से आकर कहने लगा कि अंदर जाकर राजा से कहो कि उनका bhai उनसे मिलने आया है। द्वारपाल सोचने लग गया कि ये sadhu के भेस में राजा से कौन मिलने आया है जो राजा को apna भाई बता रहा है। फिर द्वारपाल ने समझा कि क्या पता कोई दूर का ristedar हो जिसने सन्यास ले लिया हो। द्वारपाल ने अंदर जाकर सूचना दी jiske बाद राजा मुस्कुराने लगे और उन्होंने कहा कि sadhu को अंदर भेज दो।

Sadhu ने पूछा, “ कैसे हो भैया

Raja ने जवाब दिया, “ मैं ठीक हूँ, तुम बताओ, तुम कैसे हो?

Sadhu ने राजा को कहा कि, “ मैं जिस mahal में रहता हूँ वो बहुत ही jayada पुराना हो गया है। कभी भी tutkar गिर सकता है। yahan तक की मेरे 32 Nokar थे वो भी एक-एक करके चले गए। ये सब Sunkar राजा ने साधु को 10 सोने के sikke देने का आदेश दिया। पर SAdhu ने कहा 10 सोने के sikke तो कम है। ये सुनकर raja ने कहा कि अभी तो itna ही है तुम इससे काम चलाओ eske बाद साधु वहाँ से चला गया।

साधु को dekhkar मंत्रियो के मन में भी कई sawal उठ रहे थे, उन्होंने राजा से kaha कि जितना हमे पता है apka तो कोई भाई नहीं है तो अपने उस sadhu को इतना बड़ा inam क्यों दिया? राजा ने jawab देते हुए कहा, “देखो bhagya के दो पहलू होते है- राजा और रंक, इस nate उसने मुझे भाई बोला।

राजा ने samjhte हुए कहा कि जर्जर mahal से उसका मतलब uska बूढ़ा शरीर था, 32 नौकर से uska मतलब 32 दाँत थे। समंदर के bahane उसने मुझे ulajhne दिया कि राजमहल में उसके पैर rakhte ही मेरा rajkosh सुख गया, क्योंकि मैं मात्र उसे दस सोने के sikke दे रहा था जबकि मेरी hesiyat उसे सोने से तोल देने की है। Esiliye राजा ने alan किया कि मैं उसे अपना salahkar नियुक्त करुँगा।

शिक्षा – किसी व्यक्ति के बाहरी रंग रूप से उसकी बुद्धिमत्ता का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता।

14. शेर की चाल : Inspirational Short Moral Stories in Hindi

एक ghana जंगल था वहाँ चार bel रहते थे। चारों बैल में काफी गहरी मित्रता थी। शेर की एक icha थी वो चाहता था कि en में से अगर कोई बैल मुझे Akela मिल जाये तो मैं उसे maar कर खा जाऊँ। पर शेर की ये इच्छा kabhi पूरी नहीं हुई। चारो बैल हमेशा झुंड बनाकर रखते थे और hamesha एक दूसरे की मदद करने के लिए taiyar रहते थे।

शेर उनके बड़े सींगो से kafi डरता था, और उनसे दूर भागता था। एक दिन शेर ने सोचा कि ये charo कभी भी एक दूसरे से अलग नहीं होते, मुझे कुछ ऐसा sochna होगा जिससे मैं उन्हें एक दूसरे से अलग कर पाऊँ। Esiliye वह कोई ऐसी योजना सोचने लगा जिससे उनकी mitrata तोड़ी जाए। एक दिन वह एक बैल के pas गया और उससे बोला, “तुम्हारे mitr कहते है कि तुम बहुत बड़े murkh हो।

यह sunkar बैल को बहुत बुरा लगा और उसने dusre बैलों से bolna छोड़ दिया। इसी तरह शेर ने सारे बैलों के bich में एक दूसरे के लिए nafrat भर दी। इसके बाद शेर ने एक दिन एक बैल पर हमला कर दिया, ये dekhkar तीनो बैल उसकी sahayata करने के लिए aage आ गए। पहली बैल ने धन्यवाद करते हुए कहा कि हम मूर्ख नहीं है , जो शेर की chaal में आ जाते।

शिक्षा – एकता में ही बल है।

15. गरीब लकड़हारा : Motivational Short Moral Stories in Hindi

एक बार की baat है, एक गरीब Lakadhara अपने सात बच्चों के साथ रहता था। वह itna गरीब था कि अपने बच्चों को ठीक से खाना भी नहीं दे पाता था। Esi को देखते हुए उसने अपने बच्चों को जंगल में chodhne का फैसला किया।

Lakadhara के छोटे बच्चे ने उसकी ये बात सुन ली। उसने बहुत सारे सफ़ेद patthar अपनी pocket में भर लिए। अगले दिन जब वे जंगल में जा रहे थे तो वह Raste में पत्थर गिराता रहा। उनके पिता जंगल में बच्चों को chodhkar वापिस चले गए। छोटा बच्चा उन पथरो की मदद से अपने bhai-bheno को घर ले आया। अगली बार वह बच्चा patthar नहीं बटोर पाया इसलिए उसने रास्ते में रोटी के टुकड़े फांके जिन्हे chidiya और जानवर खा गए। बच्चे इस बार घर का रास्ता नहीं dhundh पाए और वे रोने लगे।

वही घर में जब bacho के पिता को अपनी गलती का अहसास हुआ, तो वह जंगल में अपने bachk को ढूंढ़ने निकल गए। अपने पिता को सामने dekhkar बच्चे भाग कर उनके पास गए। पिता ने उनसे वादा kiya कि आगे से वह ऐसा कभी nahi करेंगे। बच्चे ख़ुशी-ख़ुशी अपने pita के साथ घर की ओर चल पड़े।

Conclusion

बच्चों के मानसिक Vikas के लिए stories अहम bhumika निभाती है। इसके sath ही उन्हें एक आदर्श इंसान बनाने में मदद करती है। तो dosto Kahaniyan सबके जीवन का एक अहम हिस्सा है, jiske चलते आज हम आपके लिए Short Stories In Hindi For Kids और eske साथ ही Moral Short Story In Hindi लेकर आए है, इन hindi small story को पढ़ने के बाद आपने inse कुछ न कुछ जरूर सीखा होगा।

आशा karta हूँ कि मेरे द्वारा दी गई Top 10 Moral stories in Hindi आपको जरूर pasand आई होंगी, आपके बच्चे को सबसे अच्छी Short Stories Hindi कौन-सी lagi हमें नीचे Comment बॉक्स में comment करके जरूर बताये। ऐसी ही और मजेदार कहानियां padhne के लिए बने rahiye धन्यवाद।

FAQs – hindi stories

Q. 3 types की Stories कौन सी है?

एक research में में दावा किया गया कि कहानियां केवल तीन types की होती है –

  • सुखद अंत (Happy ending)
  • दुखद अंत (Unhappy ending)
  • त्रासदी (Tragedy)

Q. Stories इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

Stories या कहानियां हमें dusro को और खुद को समझने में एवं खुद में परिवर्तन लाने में madad करती है। हम कहानियों में जिन पात्रों (character) को dekhte है, उनके साथ हम सहानुभूति mehsus करते है।

Q. एक achii कहानी के लिए क्या संरचना होती है?

सबसे majbut कहानियों में अच्छी तरह से vikshit किया गया विषय, आकर्षक प्लॉट्स, उपयुक्त संरचना, yadgar केरैक्टर, अच्छी तरह से चुनी गई settings और आकर्षक स्टाइल आदि चीजे होती है। 

निष्कर्ष।

हमारे द्वारा सुनाई गई कहानी Short Story In Hindi – 15 Best बच्चों के लिए छोटी मजेदार कहानियां आपको पसंद आई होगी अगर यह कहानी आपको अच्छी लगी तो इसको ज्यादा से ज्यादा शेयर करें और हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं आपको यह कहानी कैसी लगी।

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जातक कथा : चांद पर खरगोश | The hare on the moon story in hindi

बहुत समय पहले की बात है गंगा किनारे एक जंगल था उसमें चार दोस्त रहा करते थे बंदर, सियार, खरगोश, ऊदबिलाव। इन सभी दोस्तों की एक दिली इच्छा थी इनको सबसे बड़ा दानवीर बनना था फिर एक दिन इन चारों दोस्तों ने एक फैसला किया वह कुछ ना कुछ ऐसा ढूंढ कर लाएंगे जिससे वह दान कर सके और सबसे बड़े दानी बन जाए। यह फैसला करके चारों मित्र अपने घर से निकल गए।

Motivational story in Hindi | कहानी संग्रह

जो ऊदबिलाव था वह गंगा के तट से 7 मछलियां लेकर आ गया जो लाल रंग की थी। और जो सियार था वह मांस का टुकड़ा और दही से भरी हुई हड्डी लेकर आया। फिर जो बंदर था वह उछलता हुआ बाद में से आम का गुच्छा लेकर आ गया पूरा दिन ऐसे ही बीत गया था लेकिन खरगोश को कुछ भी समझ नहीं आ रहा था उसने सोचा कि अगर मैं घास का दान करूंगा तो मुझको उसका कोई लाभ नहीं मिलेगा यह सोचकर खरगोश खाली हाथ ही वापस आ गया।

खरगोस – सियार – ऊदबिलाव – Bandar ki kahani

जब खरगोश के दोस्तों ने खरगोश को खाली हाथ देखा तो उन्होंने खरगोश से कहा कि तुम खाली हाथ क्यों आए हो तुमको पता है ना आज का दिन दान करने से महादान का लाभ मिलेगा खरगोश बोला था मुझको पता है इसलिए मैंने आज खुद को दान करने का फैसला किया है खरगोश की यह बात सुनकर उसके सभी दोस्त हैरान हो गए और जब इस बात की खबर इंद्र देवता तक पहुंची है तो वह धरती पर आ गए जो इंद्र देवता थे वह साधु का भेष बनाकर आए थे और चारों मित्रों के पास पहुंचे पहले सियार के पास पहुंचे फिर बंदर के पास और फिर उद्बिलाओ के पास इन सभी ने अपना-अपना दान इंद्र देवता को दे दिया फिर इंद्र देवता खरगोश के पास पहुंचे और बोले तुम क्या दान करोगे तब खरगोश बोला कि मैं खुद को दान करना चाहता हूं इतना सुनने के बाद इंद्रदेव ने अपनी शक्ति के बल पर आग जलाई और खरगोश को कहा तुम अपने आप को इस आग के हवाले करके दान कर सकते हो। 

बाल कहनी पंचतंत्र | kids story

खरगोश भी हिम्मत करके उस आग के अंदर घुस गया इंद्र देवता भी यह देखकर हैरान हो गए फिर उनको यह एहसास हो गया कि इनमें से खरगोश सबसे बड़ा दानी है इंद्रदेव खरगोश के इस साहस को देखकर बहुत ही प्रसन्न हुए और उधर खरगोश आग के अंदर बिल्कुल सही सलामत खड़ा हुआ था फिर इंद्र देवता बोले मैं तुम्हारी परीक्षा ले रहा था यह अग्नि मायावी है इसलिए तुमको कोई नुकसान नहीं पहुंचा। 

Small story for kids | मजेदार कहानियां इन हिंदी

इतना कहने के बाद इंद्रदेव बोले तुम्हारा यह दान परम दान है तुम्हारे इस दान को पूरी दुनिया हमेशा याद रखेगी और मैं तुम्हारे शरीर का निशान चांद पर भी बनाऊंगा। इतना कहने के बाद इंद्रदेव ने एक पर्वत को मसल कर चांद पर खरगोश का निशान बना दिया इसी तरह चांद पर बिना पहुंचेगी चांद पर खरगोश की छाप छूट गई तभी से यह मान्यता है कि चांद पर खरगोश के निशान हैं।

इस कहानी से हमें क्या सीख मिलती है।

इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि किसी भी काम को करने के लिए आत्मविश्वास और कठोर शक्ति का होना जरूरी है।

निष्कर्ष।

हमारे द्वारा सुनाई गई कहानी चांद पर खरगोश | The hare on the moon story in hindi आपको पसंद आई होगी अगर यह कहानी आपको अच्छी लगी तो इसको ज्यादा से ज्यादा शेयर करें और हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं आपको यह कहानी कैसी लगी।

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जातक कथा: दो हंसों की कहानी | The story of two swans – Hindi kahani

नमस्कार दोस्तों कैसे हैं आप सब। हम आज आपके लिए लेकर आए हैं एक जातक कथा दो हंसों की कहानी इस Hindi kahani के अंदर हमने दो हंसों की दोस्ती का वर्णन किया है इस Hindi story को आप ध्यानपूर्वक पढ़ें और मनोरंजन करें। 

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जातक कथा: दो हंसों की कहानी | The story of two swans

पुराने समय की बात है हिमालय के अंदर स्थित एक मानस नाम की झील हुआ करती थी वहां पर बहुत सारे पशु और पक्षी रहा करते थे और उनके झुंड में हंसों का एक झुंड भी रहता था उनमें दोहन से बहुत सुंदर थे और देखने में भी दोनों एक जैसे लगते थे लेकिन उन दोनों हंसों में एक राजा था और एक सेनापति था जो राजा था उसका नाम धृतराष्ट्र था तथा जो सेनापति था उसका नाम सुमुखा था जो झील का नजारा था वह बादल के बीच में से देखने पर स्वर्ग जैसा लगता था।

Two Swans Hindi story | दो हंसो की कहानी 

उस समय में उसे झील के चर्चे तथा वहां पर रहने वाले अंशु के चर्चे सभी आने जाने वाले पर्यटको के साथ-साथ देश विदेश में होने लगे थे और वहां की जो गुणवत्ता है वह कहीं कवि ने अपनी कविता में भी लिखी थी जिससे प्रभावित होकर वाराणसी के एक राजा ने वहां के नजारे को देखने की लालसा जताई और उस राजा ने अपने राज्य के अंदर एकदम वैसे ही चील का निर्माण कराया और वहां पर बहुत सारे फूल पौधों के साथ-साथ अन्य प्रकार की सुंदर चीजें और पेड़ भी लगवाए और साथ ही साथ अन्य प्रकार के पशु पक्षी की देखभाल के लिए उनकी सुरक्षा की व्यवस्था के भी आदेश दिए।

hindi story for kids | बच्चो की कहनी

वाराणसी का जो है सरोवर था यह भी एकदम स्वर्ग जैसा सुंदर दिखता था लेकिन राजा के मन में अभी भी उन दो हंसों को देखने की जिज्ञासा थी जोकि मानस सरोवर झील में रहते थे।

Hindi story for kids | कहानी संग्रह

फिर एक दिन मानस सरोवर में रहने वाले अन्य हंसो ने अपने राजा के सामने वाराणसी की झील में जाने की इच्छा जताई लेकिन जो हंसों का राजा था वह बहुत समझदार था वह यह सब जानता था कि अगर वह सब वहां पर गए तो जो वहां का राजा है वह उनको पकड़ लेगा इसीलिए आंसुओं के राजा ने सभी हंस को वाराणसी के सरोवर में जाने से मना कर दिया लेकिन वह हंस नहीं माने और सेनापति के साथ-साथ सभी हंस वाराणसी की ओर उड़ गए।

कहानी पंचतंत्र | Motivational story in Hindi

जैसे ही वह सब हंस उस दिल में पहुंचे तो अन्य सभी अंशु को छोड़कर जो प्रसिद्ध दो हंस थे उनकी शोभा देखते ही बनती थी उनकी सोच सोने की तरह चमकती थी और उनके पैर सोने की तरह नजर आते थे और बादलों से ज्यादा सफेद पंख किसी को भी अपनी और आकर्षित कर सकते थे उन सभी हंसो के पहुंचने की खबर राजा को मिली तभी उस राजा ने उन सभी हम सो को पकड़ने की योजना बनाई फिर एक रात जब सब सो गए उस रात अंशु को पकड़ने के लिए एक जाल बिछाया गया फिर अगली सुबह जब हंसों का राजा जागा और वह भ्रमण के लिए निकला तो तभी वह जाल में फंस गया तभी उसने सभी हंसों को आवाज लगाई और वहां से उड़ने को कहा और अपनी जान बचाने के आदेश दिए।

दो हंसों की कहानी | Two swans story in hindi

जो अन्य सभी हंस थे वह सब उड़ गए लेकिन जो सेनापति सुमुखा था वह अपने राजा को देखकर उनकी मदद करने के लिए वहीं पर रुक गया और उसे बीच उन हंसों को पकड़ने के लिए मां पर सैनिक आ गए सैनिकों ने देखा कि जो हंसों का राजा है वह जाल के अंदर फंसा हुआ है और जो राजा का सेनापति है मैं राजा को बचाने के लिए वहीं पर खड़ा हुआ है उस हंस की स्वामी भक्ति को देखकर जो सैनिक तेरे बहुत ही ज्यादा प्रभावित हुए और उन्होंने जो हंसों का राजा था उसको छोड़ दिया।

मजेदार हिंदी कहानी | hindi kahani

जो हंसों का राजा था वह समझदार तो था ही लेकिन मैं दूरदर्शी भी था उसने सोचा कि अगर राज्य को यह बात पता चल गई कि उसके सैनिक ने हमको छोड़ दिया तो राजन को प्राण दंड दे देगा यह सोच कर हंसो के राजा ने सैनिकों से कहा कि आप हमें अपने राजा के पास ले कर चलो हंस की यह बात सुनकर सैनिक उनको राजा के पास लेकर चले गए दोनों हंस सैनिकों के कांधे पर बैठे हुए थे जब लोगों ने हंसो को सैनिकों के कंधे पर बैठा देखा तो सभी लोग अचंभित हो गए और जब राजा ने इस बात का रहस्य जानना चाहा तो सैनिकों ने राजा को सारी बात सच-सच बता दी तभी राजा के साथ साथ पूरा दरबार जो सुमुखा सेनापति हंस था उसकी  स्वामी भक्ति को देखकर सभी हैरान हो गए और उनके लिए सब का प्रेम जाग उठा।

Small kahani in hindi

फिर राजा ने यह सब देख कर सैनिकों को माफ कर दिया फिर राजा ने उन दोनों हंसों को आदर सत्कार के साथ कुछ दिन ठहरने का निवेदन किया फिर हंसो ने राजा का निवेदन स्वीकार किया और कुछ दिन तक मां पर रुक गए और फिर कुछ दिन के बाद वापस मानस झील में चले गए। 

इस कहानी से क्या सीख मिलती है।

इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि हमको किसी भी परिस्थिति में अपनों का साथ नहीं छोड़ना चाहिए।

निष्कर्ष।

हमारे द्वारा सुनाई गई दो हंसों की कहानी | Two swans story in Hindi आपको पसंद आई होगी अगर यह कहानी आपको अच्छी लगी तो उसको ज्यादा से ज्यादा शेयर करें और हमें कमेंट बॉक्स में बताएं आपको यह कहानी कैसी लगी। 

यह भी पढ़े। 

तीन नन्हे सूअरों की कहानी | Three little pigs story in Hindi

नमस्कार दोस्तों कैसे हैं आप सब। हम आज आपके लिए लेकर आए हैं तीन नन्हे सूअरो की कहानी The Three Little pigs story in Hindi  इस शॉर्ट हिंदी कहानी में हमने तीनों सुअरो की बुद्धिमता का वर्णन किया है। कैसे तीनो सूअर ने अपनी बुद्धिमता से अपनी जान बचाई और किस सूअर ने अपनी मंदबुद्धि की वजह से जान जोखिम में डाली। आइए शुरू करते है ये hindi kahani कृप्या ध्यानपूर्वक पढ़े और मनोरंजन करें। 

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तीन नन्हे सूअरों की कहानी | Three Little pigs Hindi Story

एक जंगल के अंदर तीन नन्हे सूअर रहते थे और उनकी मां भी उनके साथ रहती थी जब वह धीरे-धीरे कुछ समय बाद बड़े हो गए तो तब उनकी मां ने उनको बुलाया और कहा कि मेरे बेटे तुम अब बड़े हो गए हो तुम खुद का ख्याल खुद रख सकते हो और अपने दम पर ही अपना जीवन भी व्यतीत कर सकते हो इसलिए अब मेरी यह इच्छा है कि तुम तीनों इस जंगल से बाहर चले जाओ और पूरी दुनिया में घूमो और अपनी मर्जी से अपना जीवन व्यतीत करो और अपना पालन पोषण खुद करो।

हिंदी कहानी मजेदार | Story in hindi

मां की यह बात सुनकर तीनों नन्हे सूअर अपने घर से बाहर चले गए हैं उन्होंने शहर की ओर जाने का प्लान बनाया और कुछ टाइम चलने के बाद मैं किसी दूसरे जंगल में जाकर पहुंच गए और तीनों सूअर काफी थक भी चुके थे फिर उन्होंने सोचा कि क्यों ना इसी जंगल में एक पेड़ के नीचे बैठ कर आराम कर लिया जाए तो तीनों फिर पेड़ के नीचे बैठकर आराम करने लगे आराम करते करते तीनों सूअर भाई आपस में अपना आगे का जीवन व्यतीत करने की योजना बना रहे थे।

बच्चों की कहानी | bacchon ki kahani

पहले सूअर ने यह बोला कि हमको अपने रास्ते पर जाते हुए अपनी किस्मत को आजमाना चाहिए। जो दूसरा सूअर था उसको है बात जच गई लेकिन जो तीसरा सूअर था उसको यह योजना अच्छी नहीं लगी तीसरा सुवर बोला मुझे यह लगता है कि हमको एक दूसरे के साथ रहना चाहिए हम एक दूसरे के साथ रहकर भी अपनी किस्मत को आजमा सकते हैं और अपने जीवन शुरू कर सकते हैं।

रोचक  फनी स्टोरी इन हिंदी | Funny story

तीसरे सूअर की यह बात सुनकर पहले और दूसरे सूअर ने कहा यह कैसे होगा भला? तब तीसरा सूअर बोला कि अगर हम तीनों एक साथ आसपास रहेंगे तो मुसीबत पड़ने पर हम एक दूसरे की मदद भी कर पाएंगे तीसरे सूअर की यह बात सुनकर पहले और दूसरे सूअर को यह बात अच्छी लगी उन्होंने तीसरे सूअर की बात मान ली और तीनों ने एक ही जगह पर रहने की योजना बना ली।

शार्ट स्टोरी इन हिंदी | Small story in Hindi

पहले सूअर के दिमाग में एक ख्याल आया कि क्यों ना एक भूसे का घर बना लिया जाए वह जल्दी भी बन जाएगा और उसको बनाने में ज्यादा मेहनत भी नहीं करनी पड़ेगी ऐसे ही पहले सूअर ने जल्दी-जल्दी भूसे का घर बना लिया और घर बनाने के बाद वह उसमें आराम करने लगा।

हिंदी कहानी संग्रह | कहानी पंचतंत्र

दूसरे सूअर के मन में ख्याल आया कि क्यों ना सुखी टहनियों से अपना घर बनाया जाए यह घर भूसे से मजबूत होगा और ज्यादा चलेगा फिर दूसरे सूअर ने कुछ टहनियों को इकट्ठा किया और अपना सूखी टहनियों का घर बना लिया थोड़ी मेहनत करने के बाद दूसरा सूअर भी अपने बने हुए घर में आराम करने लगा और खेलने लगा।

किड्स स्टोरी इन हिंदी | Story for kids

लेकिन तीसरे सूअर अभी भी सोच में बैठा था वह सोच रहा था कि ऐसा क्या किया जाए जिससे हमेशा के लिए मेरा घर बना रहे काफी देर विचार करने के बाद तीसरे सूअर ने ईंट और पत्थर का घर बनाने की योजना बनाई उसने सोचा अगर मैं ईट और पत्थर का घर बनाऊंगा तो यह सुरक्षित भी होगा और मजबूत भी होगा। घर बनाने में अधिक मेहनत तो लगेगी लेकिन यह मजबूती वाला घर होगा। फिर तीसरे सूअर ने ईंट और पत्थर का घर बनाना शुरू कर दिया उसका ईटों का घर बनने में 7 दिनों का समय लगा तीसरे सूअर को इतनी ज्यादा मेहनत करते देख पहले और दूसरे सूअर ने उसका बहुत मजाक बनाया उस पर हंसते रहे। उनको यह लग रहा था कि यह ईटों का मकान बनाने में इतनी मेहनत कर रहा है यह बेवकूफ है इससे अच्छा हमारे जैसा भूसे और लकड़ी का मकान बना लेता तो अच्छा होता कम मेहनत लगती कम समय लगता और जो दोनों सूअर थे वह तीसरे सूअर को अपने साथ खेलने के लिए उकसाते भी रहते थे। आखिरकार काफी मेहनत के बाद तीसरे सूअर का ईटों का मकान बनकर तैयार हो गया वह मजबूत और सुंदर भी लग रहा था।

Hindi kahani for kids | अच्छी कहानी

इस प्रकार तीनों सूअर अपने-अपने घरों में बड़े अच्छे से रहने लगे और उस नई जगह पर उन तीनों सूअरों को किसी प्रकार की कोई दिक्कत भी नहीं थी वह हंसी खुशी अपने घर में रहने लगे लेकिन एक दिन उनके स्थान पर एक जंगली भेड़िया आ गया तीनों सूअरों को देखकर भेड़िया के मुंह में पानी आ गया भेड़िया तुरंत उनके घरों की ओर भागा। सबसे पहले भेड़िया पहले सूअर के घर पर गया कोई जाकर दरवाजा खटखटाने लगा पहले स्वर गहरी नींद में सो रहा था जब उसने दरवाजा खटखटाने की आवाज सुनी तो वह उठा और उसने अंदर से पूछा दरवाजे पर कौन है बेटे ने कहा मैं हूं दरवाजा खोलिए और मुझे अंदर आने दीजिए।

छोटी कहानी | Small story

भेड़िए की मोटी और कड़ी आवाज सुनकर सूअर समझ गया कि दरवाजे के बाहर कोई बड़ा जंगली जानवर है वह बहुत डर गया और उसने दरवाजा खोलने से इंकार कर दिया यह सुनकर जंगली भेड़िए ने गुस्से में कहा नन्हे सूअर मैं तेरे इस भूसे के घर को एक फूंक में उड़ा दूंगा और तुझे खा जाऊंगा। तभी भेड़िया ने एक जोरदार फनकार मारी और उसका भूसे का घर उड़ गया वह पहला सूअर बेचारा जैसे तैसे वहां से अपनी जान बचाकर भागा और दूसरे सूअर के घर चला गया और अंदर से दरवाजा बंद कर दिया।

नई कहानी | New story

पहले सूअर को इतना घबराया हुआ देखकर दूसरा सूअर हैरान हो गया वह से कुछ पूछने ही वाला था इतने में भेड़िया दूसरे सूअर के घर पर ही पहुंच गया और दरवाजा खटखटाने लगा और कहने लगा दरवाजा खोल दो और मुझे अंदर आने दो यह आवाज सुनकर पहला सूअर पहचान गया कि यह भेड़िया है उसने अपने दूसरे भाई से कहा कि भाई तुम दरवाजा मत खोलना यह एक जंगली भेड़िया है जो हमको खाने आया है। फिर ऐसे ही दूसरे सूअर ने भी दरवाजा नहीं खोला यह देख कर खूंखार वीडियो को बहुत ज्यादा गुस्सा आ गया और वह चिल्लाने लगा नन्हे सूअर हो तुमको क्या लगता है मैं तुम्हारे दरवाजे नहीं तोड़ सकता अगर तुम ने दरवाजा नहीं खोला तो तुम जिंदा नहीं बचाओगे और तुम्हारे इस घर को मैं एक बार में तोड़ दूंगा।

बच्चो के लिए कहानी

इतना कहने के बाद खूंखार भेड़िए ने लकड़ी के बने घर को एक ही झटके में तोड़ दिया अब वे दोनों सूअर पीछे से निकलकर तेजी से भागे और जाकर तीसरे सूअर के घर में घुस गए और उसको सारी बात बता दी उनकी सारी बात सुनकर तीसरा सूअर बोला तुम घबराओ मत मेरा घर बहुत मजबूत है वह खूंखार भेड़िया इस घर को नहीं तोड़ पाएगा लेकिन जो दोनों सूअर थे वे उस खूंखार भेड़िए से बहुत ज्यादा डरे हुए थे मैं जाकर घर के कोने में छिप गए। फिर वहां पर वह खूंखार भेड़िया आ गया और फिर से दरवाजा खटखटाने लगा उसने कहा दरवाजा खोलो मुझे अंदर आने दो भेड़िया की ऐसी बात सुनकर तीसरा सूअर बिना डरे बोला कि नहीं हम दरवाजे नहीं खोलेंगे।

Pigs Hindi Story | सूअर की कहानी

इतना सुनकर भेड़िया आग बबूला हो गया उसने कहा तुम दरवाजे नहीं खोलोगे मैं फिर भी तुम तीनों को मारकर खा जाऊंगा और मैं इस घर को भी तोड़ दूंगा फिर भेड़िए ने तीसरे सूअर के ईंट और पत्थर के घर को तोड़ने की कोशिश की लेकिन वह मकान मजबूत था और वह ईट का बना हुआ था काफी प्रयासों के बाद भी वह उस घर का कुछ नहीं बिगाड़ पाया और वह असफल हो गया लेकिन इसके बाद भी उस भेड़िया ने हार नहीं मानी उसने यह विचार बनाया कि वह उनके घर में चिमनी के रास्ते से घुस जाएगा। फिर वह भेड़िया उस घर की छत पर चढ़ गया और चिमनी के रास्ते से घर के अंदर घुसने लगा जैसे ही भेड़िया चिमनी के अंदर घुस रहा था तो उसमें से आवाज आते देख पहला और दूसरा सूअर बहुत ज्यादा डर गए कॉल में डर के मारे रोने लगे तभी तीसरे सूअर के दिमाग में एक आइडिया आया उसने फटाफट चिमनी के नीचे आग जलाई और उस पर पानी उबालने के लिए रख दिया।

भेड़िए की कहानी

उसे भेड़िए ने जैसे ही चिमनी के अंदर से छलांग लगाई वह सीधा उबलते हुए पानी में जा गिरा उबलते हुए पानी में गिरने से उसकी मौत हो गई इस प्रकार तीसरे स्वर की बुद्धिमानी और निडरता की वजह से तीनों सूअर सुरक्षित बच गए।

हिंदी कहानी

फिर पहले और दूसरे सूअर को अपनी गलतियों का एहसास हुआ फिर उन्होंने तीसरे सूअर से माफी मांगी और कहा हमने तुम्हारा बहुत मजाक बनाया हम को ऐसा नहीं करना चाहिए था आज तुम्हारी वजह से ही हम जिंदा हैं उनकी है बात सुनकर तीसरे स्वर्ण ने उनको माफ कर दिया और उन दोनों सूअरों को अपने घर में ही रहने दिया फिर वह तीनों सूअर हंसी खुशी ईंट और पत्थर से बने मजबूत मकान में रहने लगे।

इस कहानी से क्या सीख मिलती है।

इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि हमें किसी की कड़ी मेहनत का उपहास नहीं उड़ाना चाहिए हमेशा सफल वही होता है जो कड़ी मेहनत करता है और अपनी सूझबूझ से काम लेता है।

निष्कर्ष।

हमारे द्वारा सुनाई गई तीन नन्हे सूअरों की कहानी | Three Little pigs Hindi Story आपको पसंद आई होगी अगर यह कहानी आपको अच्छी लगी तो इसको ज्यादा से ज्यादा शेयर करें और हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं आपको यह कहानी कैसी लगी। 

यह भी पढ़े। 

लकड़हारा और सुनहरी कुल्हाड़ी की कहानी | Motivational hindi story

नमस्कार दोस्तों कैसे हैं आप सब। हम आज आपके लिए लेकर आए हैं एक मोटिवेशनल Hindi story इस हिंदी कहानी संग्रह में एक लकड़हारे की इमानदारी का वर्णन किया गया है जैसे एक ईमानदार लकड़हारे ने सोने की कुल्हाड़ी को त्याग दिया और लोहे की कुल्हाड़ी अपना ली। आइए पढ़ते हैं लकड़हारे और सुनहरी कुल्हाड़ी की hindi kahani कृपया ध्यान पूर्वक बैठे और मनोरंजन करें। 

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लकड़हारा और सुनहरी कुल्हाड़ी की कहानी | Motivational hindi story

बहुत समय पहले की बात है एक गांव में एक कुसुम नाम का लकड़हारा रहता था वह रोज जंगल में जाता था और लकड़ियों को काटकर उनको बाजार में बेचता था और उससे अपना गुजारा करता था वह यह काम सालों से करता आ रहा था। 

हिंदी कहानी संग्रह | Motivational story in hindi

एक बार की बात है वह लकड़हारा एक नदी के किनारे एक पेड़ की टहनियों को काटने के लिए उस पर चढ गया जब वह उस पेड़ की टहनियां काट रहा था तब उसके हाथ से उसकी कुल्हाड़ी छूट कर नीचे नदी में गिर गई तभी वह लकड़हारा पेड़ से उतरा और अपने कुल्हाड़ी को ढूंढने लगा उसको यह लगा था कि उसकी कुल्हाड़ी नदी के आसपास कहीं पर गिर गई है इसलिए वह नदी के आसपास अपनी कुल्हाड़ी को ढूंढ रहा था लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ था क्योंकि जो उसकी कुल्हाड़ी थी वह सीधा नदी में जाकर गिरी थी और नदी बहुत गहरी थी और नदी का बहाव भी तेज था।

छोटी कहानी इन हिंदी | Small story in hindi

फिर बहुत देर तक लकड़हारा अपने को लाडी को ढूंढता रहा लेकिन जब उसको कुल्हाड़ी नहीं मिली तो वह बहुत निराश हो गया उसको लगा किया उसकी कुल्हाड़ी कभी उसे वापस नहीं मिलेगी वह यह सोच कर बहुत दुखी हो गया था और लकड़हारे के पास इतने पैसे भी नहीं थे कि वह दूसरी कुल्हाड़ी खरीद सके और वह यही सब सोचकर नदि किनारे बैठ कर रोने लगा जब लकड़हारा वहां बैठ कर रो रहा था तब लकड़हारे की रोने की आवाज सुनकर वहां पर नदी के देवता प्रकट हुए।

बाल कहानी इन हिंदी | hindi kahani for kids

नदी के देवता ने उस लकड़हारे से पूछा बेटा तुम रो क्यों रहे हो तुम्हारा कुछ खो गया है क्या नदी के देवता की इतनी बात सुनकर लकड़हारे ने उनको सारा वृत्तांत सुनाया कैसे कुल्हाड़ी उस के हाथ से छूट कर नीचे गिरी और फिर मिली नहीं यह सब लकड़हारे नदी के देवता को सुनाया। लकड़हारे की पूरी बात सुनकर नदी के देवता ने उसकी मदद करने की बात बोली और इतना कहकर वह चले गए।

बाल कहानी पंचतंत्र | story in hindi

फिर कुछ देर बाद नदी के देवता नदी से बाहर आए और वह लकड़हारे से बोले मैं तुम्हारी कुल्हाड़ी ढूंढता ले आया हूं नदी के देवता की यह बात सुनकर लकड़हारे के चेहरे पर मुस्कान आ गई। फिर नदी के देवता ने लकड़हारे से कहा यह लो क्या यही तुम्हारी कुल्हाड़ी थी लकड़हारे ने देखा नदी के देवता के हाथ में उन्हें रंग की कुल्हाड़ी थी यह देखकर लकड़हारा मायूस हो गया उसने कहा यह सुनहरा की आईडी मेरी नहीं है यह सोने की कुल्हाड़ी है यह जरूर किसी अमीर आदमी की होगी लकड़हारे की यह बात सुनकर नदी के देवता फिर से गायब हो गए।

Motivational story in Hindi | अच्छी कहानी।

फिर कुछ देर बाद नदी के देवता एक नई कुल्हाड़ी के साथ फिर प्रकट हुए हैं इस बार उनके हाथ में चांदी की कुल्हाड़ी थी उन्होंने लकड़हारे से पूछा क्या यह तुम्हारी कुल्हाड़ी है लकड़हारे ने कहा नहीं यह भी मेरी कुल्हाड़ी नहीं है यह भी किसी दूसरे इंसान की कुल्हाड़ी होगी यह मेरी कुल्हाड़ी नहीं है मुझे तो बस अपने वाली कुल्हाड़ी ही चाहिए फिर लकड़हारे की बात सुनकर नदी के देवता वहां से चले गए।

शॉर्ट स्टोरी इन हिंदी | short story in Hindi

और थोड़ी देर बाद फिर से नदी के देवता प्रकट हुए इस बार उनके हाथ में लोहे की कुल्हाड़ी थी यह देख कर लकड़हारा खुशी से उछल पड़ा नदी के देवता ने कहा क्या यह तुम्हारी कुल्हाड़ी है तब लकड़हारे ने कहा आपके हाथ में जो कुल्हाड़ी है मेरी भी कुल्हाड़ी बिल्कुल ऐसी ही थी वह मेरे हाथ से छूट कर नीचे गिर गई थी आप यह कुल्हाड़ी मुझे दे दीजिए और जो दूसरे खिलाड़ी हैं उनको उनके मालिक तक पहुंचा दीजिए।

हिंदी कहानियां | Hindi stories

लकड़हारे की ईमानदारी को देखकर और उसके मन की स्वच्छता को देखकर नदी के देवता बहुत प्रसन्न हुए उन्होंने लकड़हारे से बोला कि तुम्हारे मन में बिल्कुल भी पाप नहीं है तुम्हारे मन में बिल्कुल भी लालच नहीं है अगर तुम्हारी जगह कोई और होता तो वह सोने की कुल आईडी को ले लेता लेकिन आपने ऐसा बिल्कुल नहीं किया और चांदी की कुल्हाड़ी को भी आपने लेने से मना कर दिया तुम सिर्फ अपने कुल्हाड़ी लेना चाहते थे तुम्हारे इस सच्चे मन की मैं प्रशंसा करता हूं और मैं तुमको बाहर में चांदी की और सोने की दोनों कुल्हाड़ी भेट करता हूं तुम अपने लोहे की कुल्हाड़ी के साथ-साथ मेरी इस भेट को भी स्वीकार करो। 

इस कहानी से हमें क्या सीख मिलती है।

इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि हमें लालच कभी नहीं करना चाहिए इमानदारी से बड़ी दौलत इस दुनिया में कुछ नहीं है अगर आप ईमानदार रहोगे तो जीवन में बहुत कुछ प्राप्त कर पाओगे जिसकी आपने कल्पना भी नहीं की होगी।

निष्कर्ष।

हमारे द्वारा सुनाई गई लकड़हारा और सुनहरी कुल्हाड़ी की Hindi kahani | Hindi story आपको पसंद आई होगी अगर यह कहानी आपको अच्छी लगी तो इसको ज्यादा से ज्यादा शेयर करें और हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं आपको यह कहानी कैसी लगी। 

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हाथी और शेर की कहानी | Lion and Elephant Hindi story

नमस्कार दोस्तों कैसे हैं आप सब। आज हम आपके लिए लेकर आए हैं हाथी और शेर की Hindi kahani यह कहानी हाथी और शेर की पीढ पर आधारित है इसमें हाथी और शेर की दुख भरी कहानी बताई गई है कृपया इस Hindi story को ध्यानपूर्वक पढ़ें और मनोरंजन करें। 

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हाथी और शेर की कहानी | Haathi aur sher ki Hindi kahani 

एक बार की बात है एक जंगल के अंदर एक शेर अकेला बैठा हुआ था और वह अपने बारे में यह सोच रहा था कि मेरे पास मजबूत और धारदार दांत और पंजे है और मैं एक बहुत ही शक्तिशाली और ताकतवर जानवर हूं लेकिन उसके बावजूद भी है जंगल के सभी जानवर मोर की ही तारीफ क्यों करते हैं। 

Hindi kahani | Hindi story

शेर मन ही मन में यह बात सोच कर बहुत जल रहा था वह बार-बार यही बात सोच रहा था कि जंगल के सभी जानवर सिर्फ और सिर्फ मोर की ही तारीफ करते हैं जब वह अपने पंख फैला कर नाचता है तो वह बहुत ही सुंदर दिखाई देता है बस यही सब सोचकर शेर बहुत ज्यादा परेशान हो रहा था वह बस इसी सोच में था कि इतना ताकतवर होने के बावजूद भी वह जंगल का राजा होने के बाद भी कोई जानवर उसकी तारीफ नहीं करता ऐसे में उसके जीवन का क्या मोल जो कोई उसको पूछे ही ना। 

कहनी संग्रह | शार्ट स्टोरी इन हिंदी

फिर इसी सोच में डूबे हुआ शेर को वहां पर एक हाथी जाते हुए दिखा हाथी बहुत ज्यादा परेशान था और दुखी था शेर ने उस हाथी को दुख में देख कर उससे पूछा तुम्हारा शरीर तो इतना विशाल है और तुम ताकतवर भी बहुत हो फिर तुम इतने दुखी क्यों हो रहे हो तुम को क्या परेशानी सताए जा रही है उस शेर ने हाथी को देखकर यह सोचा कि मैं भी दुखी हूं और हाथी भी दुखी है क्यों ना हम अपना दुख एक दूसरे से बांटे। फिर शेर ने हाथी को अगली बात बोली की क्या जंगल के अंदर क्या कोई ऐसा जानवर है जिससे तुम को जलन होती है या वह तुम को हानि पहुंचाता है।

बच्चो की कहनी | Hindi story for kids

शेर की ऐसी बातें सुनकर हाथी अपनी चुप्पी तोड़ते हुए बोला कि जंगल के अंदर सबसे छोटा जानवर भी मुझको परेशान कर सकता है फिर से ने बोला कि ऐसा वह कौन सा जानवर है जो आपको परेशान कर सकता है। हाथी ने कहा कि वह जानवर एक चींटी है वह इस जंगल के अंदर सबसे छोटी जानवर है लेकिन जब भी वह मेरे कान में घुस जाती है तो मैं दर्द के मारे पागल सा हो जाता हूं।  

मज़दार कहानी | हिंदी कहानी | Lion and Elephant

हाथी की है बात सुनकर शेर की समझ में बात आ गई थी कि मुझको तो चींटी की तरह मोर परेशान नहीं करता फिर क्यों मुझे उस से जलन होती है शेर की समझ में यह बात आ गई थी कि भगवान ने सभी प्राणियों को अलग-अलग खूबियां और खामियां प्रदान की है इसी वजह से सभी प्राणियों की ताकत और कमजोरीया अलग अलग होती है इस वजह से किसी से जलन महसूस नहीं करनी चाहिए सब अपनी अपनी जगह अच्छे हैं। फिर शेर की समझ में बात आ गई थी की जैसे कि ताकतवर जानवरों के अंदर भी कमी होती है वैसे ही छोटे जानवरों के अंदर भी कमी होती है इससे परेशान नहीं होना चाहिए यह बात सोच कर शेर का खोया हुआ आत्मविश्वास वापस आ गया था और उसने मोर से भी जलना बंद कर दिया था। 

इस कहानी से क्या सीख मिलती है।

इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि हमें किसी की खूबसूरती को देखकर या किसी की खूबियों को देख कर जलना नहीं चाहिए क्योंकि हर किसी के अंदर खूबियां और कमियां पाई जाती है जैसे मेरे अंदर भी बहुत सारी खूबियां और कमियां है वैसे ही औरों के अंदर भी बहुत सारी खूबियां और कमियां है।

निष्कर्ष।

हमारे द्वारा सुनाई गई है शेर और हाथी की hindi kahani | Lion and Elephant Hindi story आपको पसंद आई होगी अगर यह कहानी आपको अच्छी लगी तो इसको ज्यादा से ज्यादा शेयर करें और हमें कमेंट बॉक्स में बताएं आपको यह कहानी कैसी लगी।

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